अगर विकास दुबे के एनकाउंटर से पहले आपराधिक प्रष्ठभूमि पर नज़र डालें, तो ऐसे कई चेहरे सामने आ जाते हैं. जिन्हें देखकर आज भी लोग दहशत में आ जाते हैं. इसी में एक थे. मुन्ना बजरंगी.
लेकिन उत्तर प्रदेश के बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके बाद मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने कई लोगों पर हत्या का आरोप लगाया. घटना के पीछे साजिश की भी बात कही गई. नाम कई सामने आए. जिनमें सबसे प्रमुख नाम जौनपुर के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह का था. लेकिन मामला ठण्डे बस्ते में चला गया.
बता दें मुन्ना बजरंगी के पकड़े जाने से पहले उसके ऊपर 7 लाख रुपये का इनाम था. दूसरी तरफ ये कहा जा रहा था कि यूपी से एक खूंखार अपराधी का खात्मा हो गया. जोकि सच तो बिल्कुल नहीं है.
क्योंकि अब भी यूपी में कई डॉन मौजूद हैं. जो जरायम की दुनिया से राजनीति की दुनिया तक पहुंच चुके हैं. इनके नाम का आज भी लोगों के बीच खौफ है. कहा तो ये भी जाता है कि राजनीति सिर्फ इनका एक चेहरा है. ये अब भी दूसरी तरफ से अपनी जरायम की दुनिया को चलाते रहते हैं और प्रदेश में दहशत फैलाए रहते हैं. इनमें प्रमुख नाम.
बृजेश सिंह
ब्रजेश सिंह का पूरा नाम अरुण कुमार सिंह है. उसके पिता रविंद्र सिंह वाराणसी में रसूखदार लोगों में एक थे. लेकिन अचानक से सबकुछ बदल जाता है. और 27 अगस्त 1984 को वाराणसी के धरहरा में पिता की हत्या हो जाती है. और इसके बाद बृजेश ने बदला लेने के लिए जरायम की दुनिया में एंट्री ली.
बताया जाता है कि 27 मई 1985 को पिता के हत्यारे हरिहर सिंह को देख बृजेश सिंह ने उसे मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद से उसने जो अपराध की दुनिया में खौफ कायम किया, वह आज तक बना हुआ है. उसके ऊपर कई हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी जैसे मामले दर्ज हैं.
ब्रजेश सिंह साल 2008 में उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उसने राजनीति में एंट्री ली. और आज वह एमएलसी है.
2- मुख्तार अंसारी
मुख्तार पूर्वांचल के बाहुबली नेता के तौर पर जाने जाते हैं. वह मऊ विधानसाभ से लगातार चार बार से विधानसभा में एक सदस्य के रूप में निर्वाचित हो रहे हैं. उनपर बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप है. साल 1988 में उनके ऊपर पहली बार हत्या का आरोप लगा था.
बृजेश सिंह से उनकी बड़ी अदावत थी, जिसे लेकर पूर्वांचल में कई बार गोलियों की तड़तड़ाहत सुनने को मिली. मुख्तार आज भी जेल में बंद हैं और वह लगातार आरोप लगा रहा है कि उसके हत्या की साजिश रची जा रही है.
3- अतीक अहमद
इलाहाबाद के रहने वाले अतीक अहमद को बाहुबली नेता के तौर पर जाना जाता है. वह फूलपुर से सांसद भी रह चुके हैं. साल 2014 में उनके हलफनामे के मुताबिक, अतीक अहमद के खिलाफ 42 मामले लंबित है. इसमें हत्या की कोशिश, 6 अपहरण और 4 हत्या का आरोप है. इसमें सबसे चर्चित मामला बसपा विधायक राजूपाल की हत्या का है.
4- धनंजय सिंह
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने धनंजय सिंह पर हत्या कराने का आरोप लगाया था. धनंजय जौनपुर से सांसद रह चुके हैं. वह रारी विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं. साल 1990 में जब धनंजय 10वीं में थे, तो उनके ऊपर एक टीचर की हत्या का आरोप लगा था. बाद में सरकारी टेंडरों के कई आपराधिक मामलों में धनंजय का नाम शामिल हुआ. उसके ऊपर लखनऊ के हजरतगंज थाने में आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. धनंजय ने तीन शादी की है.
5- सुंदर भाटी
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुंदर भाटी गैंग का जिक्र भी सबके सामने है. आरोप है कि मुन्ना के साले की भी हत्या इसी गैंग ने की थी. इस गैंग ने दिल्ली, यूपी और हरियाणा में कई वारदातों को अंजाम दिया. वह नोएडा के घंघोला इलाके का रहने वाला है. उसपर नरेश भाटी की हत्या का आरोप है. आरोप लगता है कि वह जेल से ही अपने गैंग को चलाता है. उसपर बाहुबली नेता जय भगवान की भी हत्या का आरोप है.