आज की कहानी प्रतिबद्धता, जज्बे और जुनून की है. यह कहानी उस महिला की है, जिसने सेना में देश की सेवा कर रहे अपने पति को खो दिया था. मन में कसक थी. आंखों में आंसू थे. लेकिन आज वह महिला देश लिए प्रेरणा बनकर सामने आई है. क्योंकि पति के शहादत के बाद अब वह भी सेना का हिस्सा बनने जा रही हैं.
हम बात कर रहे हैं 32 वर्षीय गौरी महादिक की. मुंबई के विरार इलाके में रहने वाली गौरी के पति मेजर प्रसाद महादिक भारत-चीन सीमा पर देश की सेवा करते हुए 2017 दिसंबर में शहीद हो गए थे. पति के शहीद होने के बाद गौरी ने सेना में जाने का फैसला लिया था…