अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना दोनों ही उस दौर के सुपरस्टार थे। जब बॉलीवुड में स्टारडम की असल शुरुआत हुई थी. दोनों की जोड़ी को दर्शक खूब पसंद करते थे. इन दोनों की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाती थीं. लेकिन कुछ समय बाद ही इन दोनों सुपरस्टार के आपसी झगड़े ने बॉलीवुड खलबली मचा दी. आखिर क्या था पूरा मामला आइये एक नज़र डालते हैं.
वैसे तो विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन ने साथ में कई यादगार फिल्में की हैं. जिसमें ‘हेरा फेरी’, ‘ख़ून पसीना’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘परवरिश’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’. इनमें से एक भी फिल्म ऐसी नहीं थी जिसमें अमिताभ, विनोद से इक्कीस लगे हों, दोनों ही ज़ोरदार तरीके से प्रभावी थे. अपनी स्क्रीन प्रेजेंस में विनोद कहीं-कहीं अमिताभ को ओवरपावर भी करते थे. अमिताभ लगातार फिल्में करते गए और विनोद अपनी स्पिरिचुअल खोज के चलते अनियमित और अमहत्वाकांक्षी होते रहे.
ये भी माना गया कि वे फिल्में छोड़ अमेरिका नहीं जाते, तो आज अमिताभ बच्चन के बराबर महानायक का रुतबा होता. फिर जब 1987 के करीब विनोद लौटे तो अमिताभ की फिल्में फ्लॉप जाने लगीं और उन्होंने करियर में विराम ले लिया. लेकिन ये खबरें हमेशा आती रहीं कि दोनों के बीच एक किस्म की असुरक्षा है, शत्रुता है. मगर कौन बेहतर था? वाली डिबेट में लोग और फिल्म जर्नलिस्ट जैसा सोचते हैं, वैसा विनोद खन्ना नहीं सोचते थे.
उनसे एक बार पूछा गया कि आप बॉलीवुड नहीं छोड़कर जाते तो बच्चन के सबसे मजबूत प्रतिद्वंदी होते. इस पर खन्ना ने कहा था,
“नहीं, ऐसा नहीं है. बच्चन की लोकप्रियता हमेशा से रही है. वो ‘शोले’ और ‘दीवार’ जैसी क्लासिक फिल्में कर चुके थे. निश्चित रूप से वो बहुत अच्छे एक्टर हैं. उनका करियर बहुत ही अद्भुत रहा है.”
हालांकि, अमिताभ बच्चन इस बारे में कुछ भी कहते से हमेशा बचते रहे. और बॉलीवुड की गलियारों में हमेशा दोनों को लेकर चर्चाओं का माहौल गरम रहा.
इंटरव्यू छोड़कर चल दिए बिग बी
जिस वक्त विनोद खन्ना के निधन की खबर आई उस समय अमिताभ एक इंटरव्यू दे रहे थे. वो अपनी आने वाली फिल्म ‘सरकार 3’ के लिए ये इंटरव्यू दे रहे थे. लेकिन ये दुखद समाचार मिलते ही बिग-बी इंटरव्यू अधूरा छोड़कर चल दिए. अमिताभ इंटरव्यू को बीच में छोड़, तुरंत अस्पताल के लिए रवाना हुए जहां विनोद खन्ना भर्ती थे. वो विनोद खन्ना के परिवार के साथ हॉस्पिटल पहुंचे थे.