बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे कई दिग्गज कलाकार हुए हैं. जिनकी आवभगत के लिए पूरी इंडस्ट्री पलकें बिछाए स्वागत के लिए तैयार रहती है. लेकिन आज हम उस कलाकार की ज़िन्दगी के कुछ दिलचस्प किस्से जीने जा रहे हैं, जिन्हें पर्दे का असली। …राजकुमार कहा जाता है.
असली इसलिए। क्योंकि भाई साहब उनका नाम ही राजकुमार है. राजकुमार राव नहीं, ‘जानी’ वाले राजकुमार।
सनकी, अक्खड़, बेबाक और मुंहफट. ये वो विशेषण हैं. जो एक्टर राजकुमार के लिए इस्तेमाल किए जाते थे. राजकुमार अपने दौर के वो एक्टर थे, जिन्हें फिल्मों में अपनी रौबीली आवाज और दमदार डायलॉग्स के अलावा उनके तुनकमिज़ाजी के लिए भी जाना जाता था. विलेन पर हावी रहने वाले राजकुमार अपने साथी कलाकारों को भी कई बार अपनी बातों से लाजवाब कर देते थे. वह बॉलीवुड के उन एक्टर्स में से थे, जो असल ज़िंदगी में भी मजाकिया, स्पष्ट और हाजिर जवाब थे. बिना लागलपेट अपनी बात कहने वाले. फिर चाहे सामने गोविंदा हों या बप्पी लहरी. उनके साथ काम करने वाले एक्टर्स भी उनके इस अंदाज को जानते थे.
तो आइये अब आपके सामने कुछ दिलचस्प किस्से परोसते हैं.
1- बप्पी लहरी का मंगलसूत्र की सलाह
बप्पी लहरी को कौन नहीं जानता. गहनों से लदा आदमी. वो भी राजकुमार के ह्यूमर के शिकार हो चुके हैं. हुआ ऐसा कि एक बार किसी पार्टी में राजकुमार और बप्पी लहरी पहली बार मिले. राजकुमार ने उन्हें देखकर कहा,
“वाह, शानदार. एक से एक गहने, बस मंगलसूत्र की कमी रह गई है.”
और फिर ठहाके लगा के हंस पड़े…
2- शर्ट का रूमाल
गोविंदा और राजकुमार का भी एक मजेदार किस्सा है. दोनों फिल्म जंगबाज के सेट पर थे. शूटिंग चल रही थी. गोविंदा घर से जो शर्ट पहनकर आए थे, उसे देखते ही राजकुमार उनकी तारीफ करने लगे. गोविंदा ने कहा,
‘सर अगर आपको ये शर्ट इतनी पसंद आ रही है, तो आप इसे रख लीजिए’.
राजकुमार ने शर्ट ले ली. दो दिन बाद गोविंदा ने देखा कि राजकुमार ने उनकी शर्ट का रूमाल बनवाकर अपनी जेब में रखा हुआ है. अब दिमाग की सुई गोविंदा की तरफ घुमाते हुए सोचते हैं कि आखिर ये सब देखकर छोटे मियां को कैसा लगा होगा। …खैर ऐसा हो चुका था.
3- कुत्ते को ऑफर कर दी फिल्म
1968 में फिल्म ‘आंखें’ आई थी. डायरेक्टर थे रामानंद सागर और हीरो थे धर्मेंद. लेकिन किस्सा राजकुमार से जुड़ा है. डायरेक्टर राजकुमार को फिल्म में लेना चाहते थे. डायरेक्टर उनके घर पहुंचे और फिल्म की कहानी सुनाई. राजकुमार ने अपने पालतू कुत्ते को आवाज लगाई और उससे पूछने लगे कि क्या वो फिल्म में काम करेगा? कुत्ते के कुछ न कहने पर राजकुमार ने रामानंद सागर से कहा,
“देखा! ये रोल तो मेरा कुत्ता भी नहीं करना चाहेगा.”
रामानंद सागर वहां से चले गए और फिर दोनों से कभी साथ नहीं काम किया।
4- जब बदबू की वजह से फिल्म छोड़ दी, जी हाँ… बिल्कुल सही सुना।
जंजीर ने अमिताभ बच्चन को रातोंरात स्टार बना दिया. लेकिन अमिताभ डायरेक्टर प्रकाश मेहरा की पहली पसंद नहीं थे. प्रकाश मेहरा राजकुमार को फिल्म में लेना चाहते थे. वह स्क्रिप्ट लेकर राजकुमार के पास पहुंचे. उन्हें अपनी मंशा बताई। लेकिन राजकुमार के जवाब ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनके जैसा कोई नहीं हो सकता. राजकुमार ने उनसे कहा,
तुम्हारे पास से बिजनौरी तेल की बदबू आ रही है, हम फिल्म तो दूर तुम्हारे साथ एक मिनट और खड़ा होना बर्दाश्त नहीं कर सकते.
इन किस्सों से साफ़ हो गया होगा कि राजकुमार नाम से नहीं, ख्वाहिश और रौब भी राजकुमार जैसा ही रखना पसंद करते थे.